श्रीराम देशिक प्रशिक्षण केंद्र ram deshik prashikshan
श्रीराम देशिक प्रशिक्षण केंद्र:- आचार्य शिवम् मिश्र जी आदरणीय वंदनीय पूजनीय सिद्ध कथा वाचक व्यास सरस प्रवक्ता महाराज आचार्य श्री शिवम् मिश्र जी का परिचय:- श्री रामदेशिक प्रशिक्षण विद्यालय एक ऐसा सर्वश्रेष्ठ उत्तम गुरुकुल है जहां के आदरणीय वंदनीय सुप्रसिद्ध कथा वाचक आचार्य श्री शिवम् मिश्र जी महाराज संकर्षण रामानुज दास जी है।
श्री गुरुदेव जी का परिचय यही है कि श्री गुरुदेव जी श्री प्रभु कथा सुंदर समर्पण भाव में मग्न होकर नित्य ही अपनी दिव्य ओजस्वी वाणी से श्री प्रभु कथा का गायन करते है, एवं हम सभी भगवत प्रेमी भक्तजन प्रभु की कथा का श्रवण रसास्वादन लाभ प्राप्त कर आनंदित प्रसन्नचित हो जाते है।
श्री गुरुदेव जी के प्रत्येक शब्द प्रभु ज्ञान तथा शास्त्र से संबंधित कल्याणकारी वचन होते है जो प्रत्येक मन के भावों को हृदय को स्पर्श करने वाले होते है, प्रभु कथा में मन को केंद्रित कर तथा प्रभु के ध्यान में लगाने वाले होते है।
कथा में प्रेम जगाने वाले कथा में मग्न तन्मय हो चिंतन मनन कराने वाले होते है, भगवान से भक्त को जोड़ने वाला सुंदर भाव है, श्री गुरुदेव संत भगवान भक्त के हृदय जैसा निर्मल तथा परमात्मा श्री चरणों की सेवा में समर्पित प्रभु कथा में नित्य अनुरागी है।
वह परमात्मा सत्य है, हमारी आत्मा सत्य है, मोक्ष सत्य है इस सत्य के मार्ग को बताने वाले सत्य, धर्म, भगवत मार्ग पर चलाने वाले पूर्ण निष्ठा समर्पण सनातन धर्म की और अग्रसर कर शुद्ध निर्मल भाव जाग्रत कर मन, वचन, कर्म से पूर्ण शुद्ध होकर आचरण व्यवहार करना।
हृदय में प्रभु के प्रति अपार आस्था प्रेम जगाने वाले, समस्त प्राणियों जीवों के प्रति समान उदार भाव से समर्पित दया परोपकार सेवा उत्तम कर्म करते हुए भगवान की कथा, भजन, कीर्तन नाम जप करते हुए जीवन व्यतीत करना भगवत समर्पित सेवा कर्म में तन्मय होते हुए भगवत प्राप्ति भगवान को प्राप्त करना यही जीवन का परम उद्देश्य है।
इस ज्ञान से भली भांति परिचित कराने वाले श्री गुरुदेव जी पूर्ण निष्ठा समर्पण कठिन परिश्रम के साथ अपना अमूल्य समय महत्वपूर्ण योगदान प्रदान कर रहे है, जो हमारे लिए ही नहीं अपितु समस्त संसार के लिए परमात्मा का कल्याणकारी अमूल्य वरदान उपहार स्वरूप श्री गुरुदेव जी द्वारा हमें शिक्षा विधा के रूप में सहज में ही प्राप्त हो रहा है।
श्री आदरणीय गुरुजी का जन्मस्थान चित्रकूट क्षेत्र के अंतर्गत मध्य प्रदेश के सतना जिले के अंतर्गत गैवीनाथ धाम सुप्रसिद्ध शिव क्षेत्र में हुआ।
श्री गुरुदेव जी ग्यारह वर्ष की उम्र में ही हमारे भारतवर्ष की प्राचीन ऋषि संत परंपरा - अनुसार गुरुकुल के अध्ययन के लिए चले तथा यही से श्री गुरुदेव जी ने देव वाणी संस्कृत तथा संस्कृति एवं अध्यात्म रुप ज्ञान श्री गुरुदेव जी के श्री चरणों के सानिध्य में बैठकर प्राप्त करने लगे।
श्रीराम देशिक प्रशिक्षण केंद्र ram deshik prashikshan
प्रथमा से लेकर उत्तर मध्यमा पर्यंत 6 वर्ष तक गुरुकुल की शिक्षा को पूर्ण कर श्री श्रीजी बांके बिहारी जी की कृपा से श्री राधा कृष्ण जी की पावन लीला स्थली श्रीधाम वृंदावन में आ गए तथा श्रीधाम वृंदावन में आने के पश्चात् श्री राधा कृष्ण जी अनुपम कृपा से श्री गुरुदेव जी ने भक्ति के अनुपम परम दिव्य स्वरूप के अनुभव को प्राप्त किया।
श्री गुरुदेव जी अपने शास्त्र एवं आचार्य की शिक्षा का अध्ययन करते हुए वही के गुरुकुल में विद्यार्थियों को वैदिक ज्ञान, व्याकरण, साहित्य ज्ञान आदि की शिक्षा प्रदान करते रहें।
श्री गुरुदेव भगवान ने श्री गुरुदेव संतो के पावन श्री चरणों में बैठकर श्रीमद्भागवत महापुराण, देवी भागवत जी, श्री राम कथा, श्री शिव महापुराण की पावन कथा का रसास्वादन अध्ययन प्राप्त किया।
श्री गुरुदेव जी ने अपनी शिक्षा दीक्षा को पूर्ण कर अध्यात्म रूपी दिव्य अलौकिक ज्ञान को जनमानस के मध्य वैदिक ज्ञान का वह अनुपम स्वरूप प्रस्तुत करने के लिए कथा प्रवचन रूपी यात्रा को 2017 में लेकर उपस्थित हुए जो तब से ही आरंभ होकर अनवरत रूप से गुरुजी कर रहें है।
श्री गुरुदेव जी साथ ही जूम एप के माध्यम से श्रीमद् भागवत कथा, श्री भागवत मूल पाठ शुद्ध उच्चारण विधि, देवी भागवत कथा, श्री शिव महापुराण कथा, श्री राम कथा, वैदिक कर्मकांड आदि की शिक्षा छात्र-छात्राओं को नियमित रूप से प्रदान कर रहे हैं।
श्री गुरुदेव जी भगवान की अलौकिक कृपा से इस कलिकाल में गुरुकुल से शिक्षा प्राप्त करना अति सहज सरल बन गया है।
विधालय से जुड़ कर आप कही भी किसी भी देश, शहर, नगर, गांव में ही क्यों न हो, किसी भी पद, कार्य, सेवा में ही क्यों ना नियुक्त हो किंतु फिर भी वहीं से अपने सेवा कार्य करते हुए आप सुचारू रूप से अपनी विद्या को शिक्षा को लगातार जारी रख सकते हैं।
क्योंकि गुरुदेव जी ने शिक्षा को अति सहज बनाकर हमारी विद्या को अति उत्तम श्रेष्ठ बनाया है।
श्री रामदेशिक प्रशिक्षण केंद्र विद्यालय गुरुकुल के प्रबंधक है आदरणीय वंदनीय श्री- शिवेन्द्र शुक्ल जी । एवं अन्य विधालय के प्रति सेवा समर्पित वंदनीय श्रेष्ठ जन । विधालय से जुड़ने के पश्चात् आप विधालय के विधार्थी सदस्य बन जाते है तब गुरुजी आपको विधालय के ग्रुप में एड जोड़ कर सम्मिलित करते है।
वैसे तो विधालय के अन्य ग्रुप है जैसे: -
1. श्री मद्भागवत महापुराण कक्षा
2. श्री भागवत मूल पाठ कक्षा
3. श्री भागवत कथा कक्षा
4. श्री देवी भागवत कथा कक्षा
5. श्री शिव महापुराण कथा कक्षा
6. ॐ ।।कर्मकांड प्रशिक्षण।। ॐ कक्षा
7. कर्मकांड पूजा पद्धति सीखे कक्षा
8. श्री राम कथा कक्षा
9. प्रशिक्षण वार्ता
10.वैदिक सनातन कोर्स
यह मात्र ग्रुप नहीं बल्कि श्री रामदेशिक प्रशिक्षण केंद्र गुरुकुल विधालय कक्षा के सुंदर कक्ष भी है जिनमें उपस्थित होते ही आप जिस भी कथा की तैयारी करना चाहते हैं तो आप विधिवत् रूप से कर सकते हैं।
प्रशिक्षण वार्ता यह एक ऐसा ग्रुप है जिसमें आप शिक्षा से संबंधित वार्तालाप कर सकते हैं यदि कोई प्रश्न हो तो उसका उत्तर जान सकते हैं यदि आप श्लोक याद करते हैं तो लिखकर या अपनी वॉइस रेकॉर्डिंग में भेज सकते हैं।
आदरणीय श्री आचार्य गुरुजी स्वयं शिक्षा अध्ययन कराते है, हमारे गुरुजी अति सहज सरल सुंदर विन्रम स्वभाव के है, बहुत अच्छे से पढ़ाते एवं समझाते हैं, विधार्थी चाहे जैसे कैसे भी हो उन्हें जिस तरह से सहज समझ आए वैसी अद्भुत कला श्री गुरुदेव जी के स्वभाव श्रेष्ठता में विद्यमान है।
शिष्य भले ही योग्य न हो किंतु शिक्षक उन्हें अपने समान की योग्यता प्रदान कर के स्वयं अपने जैसा बनाने का पूर्ण प्रयास प्रयत्न करें ऐसे तो केवल हमारे गुरुदेव भगवान ही है।
श्री गुरुदेव की अन्य कक्षाए निरंतर चलती रहती है । समय समय कर धार्मिक ग्रंथ शास्त्र पुराणों के महत्वपूर्ण विषय कथा लेकर गुरुजी कक्षा में समल्लित करते है जिससे विधार्थी को पूर्ण ज्ञान लाभ प्राप्त हो सके, छात्र छात्राओं में किसी भी विषय ज्ञान की कमी न रहे।
विधार्थी किसी भी शिक्षा में कदापि पीछे न रहे,इसलिए गुरुजी स्वर्णिम अवसर के साथ समय समय पर उपस्थित होते रहते है,आवश्यकता है तो केवल यह की हम उन स्वर्णिम अवसर का लाभ प्राप्त कर सके।